रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी. भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली स्थित दफ़्तर में पार्टी विधायक दल की बैठक के बाद उनके नाम पर मुहर लगी.
इस बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद भारतीय जनता पार्टी के नेता रविशंकर प्रसाद ने पत्रकारों के सामने रेखा गुप्ता के नाम का एलान करते हुए कहा, “प्रवेश वर्मा, सतीश उपाध्याय और विजेंद्र गुप्ता ने रेखा के नाम का प्रस्ताव दिया. नौ लोगों ने उनके नाम का अनमुमोदन किया. अब हम सब राजभवन जा रहे हैं.”
रेखा गुप्ता ने पत्रकारों से कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्य़क्ष नड्डा, वीरेंद्र सचदेवा, रविशंकर प्रसाद और सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद अदा करती हूं. मैं अपने सभी विधायकों का धन्यवाद अदा करती हूं.”
रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी. उनसे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी इस पद पर रह चुकी हैं.
हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी की बंदना कुमारी को क़रीब 30 हज़ार वोट से हराया था.
वह इसी सीट पर 2020 के चुनाव में मामूली अंतर से हार गईं थीं.
रेखा गुप्ता दिल्ली नगर निगम की पार्षद और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं.
दिल्ली चुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए जिन नामों की चर्चा हो रही थी उनमें से रेखा गुप्ता का नाम भी प्रमुख था.
कई विश्लेषकों के मुताबिक़ रेखा गुप्ता के एलान से बीजेपी महिला और वैश्व समुदाय को साध सकती है.
उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत दिल्ली यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ शुरू की.
1996 में वो दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डुसू) की अध्यक्ष बनीं.
2007 में वो दिल्ली के उत्तर पीतमपुरा की काउंसिलर बनीं.
हालांकि बीजेपी हमेशा अपने चयन से चौंकाती रही है. उड़ीसा हो या छत्तीसगढ़, राजस्थान हो या मध्यप्रदेश, बीजेपी ने हमेशा ऐसा नाम चुना है जो कि बहुत चर्चा में न रहा हो.